लगातार बढ़ रही बेरोजगारी और सरकारी तंत्रो का निजीकरण के विरुद्ध जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के पदाधिकारियों ने मिशन भागीदारी संकल्प के तहत 9 सितम्बर को रात्रि 9 बजे से नौ मिनट तक अपने आसपास की बिजली बुझाकर विरोध किया।
पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं ने अपने अपने घरों और आसपास के सभी बल्ब बुझाकर मोमबत्तियां और मोबाइल फ़्लैश जलाकर मौजूदा सरकार की दमनकारी नीतियों का पुरजोर विरोध किया।
प्रयागराज मण्ड़ल के संगठन मन्त्री मनीष सम्राट ने अपने दर्जनों साथियों के साथ ख़्वाजकीमई गाँव में हाथों में मोमबत्ती और फ़्लैश जलाकर पार्टी अध्यक्ष का आह्वान पूरा किया।
शोसल मीडिया के माध्यम से 9 तारीख़ को रात में बिजली बुझाकर क्रान्ति मशाल की सूचना पिछले कई दिनों से छाई हुई है।
कौशाम्बी में मौजूद जन अधिकार पार्टी की ओर से की गई क्रान्ति मशाल में आम लोगों का सहयोग तो कम दिखाई दिया लेकिन पार्टी के पदाधिकारियों के हौसले बुलंद दिख रहे थे।
पदाधिकारियों ने कहा कि आज देश का पढ़ा लिखा युवा वर्ग बेरोजगारी के कगार पर है।
देश में निजीकरण का दौर शुरू हो गया है जो एक नासूर बन गया है जिसका परिणाम जनता भुगत रही है।
संगठन मन्त्री ने मौजूदा सरकार की नीतियों का ग़लत ठहराया और कहा कि आज देश की स्थिति बदतर होती जा रही है खेतों में किसान परेशान हैं, नौकरी के लिए युवा पीढ़ी दर दर भटक रही है, भ्र्ष्टाचार चरम पर है देश में हर कोई असुरक्षित महसूस कर रहा है।
