शैक्षिक योग्यता- बीएससी,बीएड, एमए ,एलएलबी ,एमपीएच (मास्टर इन पब्लिक हेल्थ)
अयोध्या संवाददाता
राम नगरी अयोध्या में भगवान जगन्नाथ की रथ मंदिरों के बाहर नहीं निकल सका ,क्योंंकि महामारी को लेकर रथ यात्रा पर प्रशासनिक अधिकारियों ने रोक लगा रखी थी। जिसको लेकर अयोध्या के संत काफ़ी नाराज हैं।
जगन्नाथपुरी के तर्ज पर राम नगरी अयोध्या में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है अयोध्या में भी इस यात्रा की परंपरा वर्षों पुरानी है लेकिन इस वर्ष यह परंपरा टूट गया जब भगवान जगन्नाथ रथ पर सवार होने के बावजूद मंदिर परिसर के बाहर नहीं निकल सके। सिर्फ रस्म अदायगी के साथ भगवान जगन्नाथ कि रथयात्रा महोत्सव संपन्न कराया गया धार्मिक मान्यता है कि कलयुग के देवता भगवान जगन्नाथ हैं और आज के दिन जब वह रथारूढ़ होकर के नगर भ्रमण पर निकलते हैं तो जो लोग रथ पर सवार भगवान जगन्नाथ के दर्शन करते हैं उनके साल भर की बाधाओं को भगवान जगन्नाथ हर लेते हैं लेकिन महामारी को देखते हुए जिला प्रशासन ने अयोध्या के मंदिरों से निकलने वाले जगन्नाथ यात्रा पर रोक लगा दी जिसके कारण कोई की यात्रा मंदिर परिसर के बाहर नहीं निकल सकी अयोध्या के लगभग एक दर्जन से अधिक मंदिरों से यात्रा निकालकर सरयू घाट तक जाती थी। प्रशासन के इस रवैया से अयोध्या किशन तक काफी नाराज हैं जगन्नाथ मंदिर के महंत राघव दास की मानने तो जिस प्रकार से जगन्नाथपुरी में सुप्रीम कोर्ट ने यात्रा को निकाले जाने को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार को व्यवस्था किए जाने की जिम्मेदारी दी थी उसी तरह अयोध्या मैं भी इस यात्रा को निकाले जाने की व्यवस्था की जानी थी लेकिन प्रशासन सिर्फ यात्रा को ही रोकना उचित समझा है। जिससे अयोध्या में प्राचीन परंपरा आज सैकड़ों वर्षो के बाद टूट गया है।